साल गुज़रते रहे !
वक्त चलता रहा,
हम आगे बढ़ते रहे ।
साल गुज़रते रहे !
रास्ते खोजते हुए,
मुश्किलों से निपटते हुए,
हम आगे बढ़ते रहे !
साल गुज़रते रहे !
बचपन को जाते देखते रहे,
युवावस्था को आते देखते रहे।
बचपन को महसूस करके,
गुनगुनाते रहे ।
युवावस्था में सपनो को पूरा करने को,
खुद को तैयार करते रहे ।
हम आगे बढ़ते रहे।
साल गुज़रते रहे !
बचपन से युवावस्था में आ गए।
एक मुसाफिर बनके हम आगे बढ़ते रहे !
साल गुज़रते रहे !
#जन्मदिन
~ याज्ञिक रावल "यारा"✍🏻